स्विट्जरलैण्ड के सबसे बड़े बैंक यूबीएस ने एक अमेरिकी अदालत से कहा है कि वह स्विस बैंकों में खाता रखने वाले ५०,००० ग्राहकों पर चल रहे मुकदमे को आगे न बढ़ाये ।
यूबीएस ने फ़्लोरिड़ा की एक संघीय अदालत को बता दिया है कि यदि वह अपने ग्राहकों के बारे में सूचनाएं प्रदान करेगा तो वह बैंकिंग गोपनीयता के स्विस कानून का उल्लंघन होगा । अमेरिका को शक है कि ५२,००० अमेरिकी यूबीएस खातों द्वारा १५ अरब डॉलर की परिसम्पत्तियाँ तथा टैक्स छुपा रहे हैं ।
स्विट्जरलैंड ने हाल ही में बैंकों के आँकड़ों को साझा करने की बाबत एक अन्तर्राष्ट्रीय सन्धि पर हस्ताक्षर किए थे । मार्च महीने में ही उसने स्वीकृत टैक्स मानकों को अपनाने की घोषणा की थी । उसने जापान और अमेरिका से टैक्स के मामलों में सहयोग हेतु वार्ता करने का फैसला भी किया था ।
यूबीएस के खिलाफ़ मुकदमा अमेरिका द्वारा टैक्स चोरी के विरुद्ध अभियान को तेज करने का द्योतक माना जा रहा है । फिलहाल स्विस सरकार ने इसे अपनी प्रभुसत्ता और अन्तर्राष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ़ बताया है ।
वर्ष की शुरुआत में तीन सौ ग्राहकों के मामले में यूबीएस ने अदालत के बाहर हुए समझौते में अमेरिका को ७० करोड़ डॉलर अदा किए थे । बहरहाल अमेरिकी सरकार स्विट्जरलैण्ड से एक नई कर सम्बन्धी सन्धि पर बातचीत शुरु की है जिससे उसे (अमेरिका को ) टैक्स चुराने वालों को धर दबोचने की उम्मीद है । स्विस अधिकारियों की यूरोपियन यूनियन से भी वार्ता चल रही है । इस अधिकारियों के अनुसार साल के आखिर तक किसी नतीजे पर बात पहुँचने की आशा की जा सकती है ।
( स्रोत : बीबीसी )
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स्विस बैंक ने खाते उद्घाटित करने से इन्कार किया
मई 1, 2009 अफ़लातून अफलू द्वारा
इस समाचार को एक ‘शुद्ध समाचार’ के रूप में छापकर आपने अपनी मनसा जाहिर कर दी। (अपने ‘विचार’ का एक वाक्य भी नहींलिखा)। सही है, आपको इस समाचार पर खुश होना ही चाहिये।
मनशा तो सन्दर्भित लेखों और लेखों की तारीखों से भी पता चलती है ।
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